स्वयं से स्वयं की पहचान
स्वयं से स्वयं की पहचान
हर एक व्यक्ती है दुर्गुणों के साथ कुछ़ गुण लिए
खोज़ना है स्वयं को तुझे स्वयं के अस्तित्व के लिए
बिनाहारे खोज़ना स्वयं के लिए आत्मविश्वास की मज़बूत डोर
जो लेकर जायें स्वयं तुम्हें तुम्हारे गौरवशाली प्रगती की ओर
अपार मेहनत का दीप जलाओ स्वयं प्रकाश के लिए
स्वयं की देह में स्थित आशाओं से भरे मनमंदिर के लिए
परमात्मा की सुंदर कलाकृती मानव तू मानव के लिए
पहचान स्वयं को ऐssमूरख़ नहीं दानव तू दानव के लिए.
