स्वतंत्रता का अर्थ
स्वतंत्रता का अर्थ


स्वतंत्रता का अर्थ यह नहीं कि,
स्वच्छंद होकर मनमानी की जाए।
अपनी मर्यादा को भूलकर,
सरेआम अनैतिक कृत्य किए जाएं।
पहले ब्रिटिश शासन के तहत,
जकड़े थे गुलामी की बेड़ियों में।
आज संविधान लागू होने के बाद भी,
जाति धर्म के कारण हो गए हैं,
हम गुलाम अपने ही देश में।
पहले रंगभेद के कारण,
गोरों ने हमको बांटा था।
जातिवाद और धर्मवाद के नाम पर,
आज हमारे अपनों ने हम को बांटा है।
राजनेताओं ने धोखा देकर,
बुद्धि को हमारी भरमाया है।
उन्होंने अपने हित की खातिर,
आपस में हम को लङवाया है।
बहुत हुआ सर्वनाश अब अपना,
कुछ तो तुम खुद को अब समझो।
देश पर हुए शहीदों की खातिर,
समझो आजादी का मतलब समझो।
जाति पाति,ऊंच-नीच के
भेदभाव को मिटाना है,
हर भारतवासी को अब
अखंडता का पाठ सिखाना है।
शहीदों की कुर्बानियों को
व्यर्थ नहीं गंवाना है,
राष्ट्र का बनाकर उज्जवल भविष्य,
भारतीयों को आजादी का अर्थ समझाना है।