क्या लिखूं कैसे लिखूं आखिर कब तक ? हजार बार सवाल आता हैं ? जवाब नहीं। क्या लिखूं कैसे लिखूं आखिर कब तक ? हजार बार सवाल आता हैं ? जवाब नहीं।
ईमानदारी और निष्ठा की भावना से हर एक को एक से दिल से मिलाएं। ईमानदारी और निष्ठा की भावना से हर एक को एक से दिल से मिलाएं।
आज हम स्वतंत्र हुए इसलिए आज़ादी की बधाई है ! आज हम स्वतंत्र हुए इसलिए आज़ादी की बधाई है !
चलो आज एक प्रण करें, यादों में ही नहीं, कर्म से आज़ादी के मतवालों को नमन करें। चलो आज एक प्रण करें, यादों में ही नहीं, कर्म से आज़ादी के मतवालों को नमन करे...