स्वामी विवेकानंद जी
स्वामी विवेकानंद जी
स्वामी विवेकानंद जी
एक ऐसा शख्स, एक ऐसी हस्ती,
किया आबाद जिसने सारी बस्ती,
वो निर्भिक थे, निडर थे,
शिष्टाचार से सराबोर उनकी कश्ती,
शिकागो मे लोहा मनवाया,
समस्त विश्व को भाईयों व बहनों बतलाया,
माँ भारती के लाल मे निहित ऐसी शक्ति,
विश्व गुरु बना अपना भारत,
हर बच्चा, हर स्त्री, हर व्यक्ति,
स्मरण करते आज तक उनकी पंक्ति,
धन्य वो मात -पिता, धन्य उनकी भक्ति,
गजब का तेज ललाट पर,
मुख पर मुस्कान, पगड़ी सिर पर,
आविष्कारक, आकषर्क अभिव्यक्ति,
भास्कर का शत शत नमन,
दुनिया मना रही आज उनकी तिथि,
जीवन मंत्र, सफलता बेशकीमती,
सिद्ध किया करके अर्पण,
विश्व देख रहा उनका यह समर्पण,
खुशहाल दुनिया आगे बढ़ना, उनकी आसक्ति,
स्वामी विवेकानंद जी को अर्पित सत्यम की पंक्ति।