सुन्दर
सुन्दर


गोरा रंग, पतले होंठ, लम्बीं नाक, बड़ी आँखें,
कमर तक काले घने बाल!
ये सबूत थे मेरी सहेली की खूबसूरती के!
वह खुश किस्मत भी थी, क्योंकि ब्याही
जा रही थी,
वैसे ही गोरे रंग, लम्बे कद, चौड़े कन्धे व
माथे वाले एक अतुलनीय युवक से!
वे स्वीकार रहे थे दादीयों और चाचीओं
से सौभाग्य की ढेरों दुआएँ,
और मैं अनुमान लगा रही थी, कि क्या हो
गर इस जोड़े का देश स्थान बदल जाए!
इसके गले की लम्बाई भी रूप का अहम
पैमाना होती, ग़र ये दुल्हन अभी म्यांमार
होती और ये सुन्दर युवक कहीं जन्मते
ब्राज़ील में तो सीधे बाल, इटली में तो सटीक
भौहें और ऑस्ट्रेलिया में तो थोड़े दुबले बदन
की दरकार होती!
इनकी सुन्दरता आँखों पर नहीं, तय किए
गए पैमानों पर फिट बैठते हैं,
इसलिए पूरे रहने के बावजूद ये अधूरे ही
दिखते हैं!
तो मापदंड होने चाहिए सार्वभौमिक!
चित चंचल हो अंतर्मन की चहल-पहल
चहक चमक से और मीत मिल जाए!
फिर..
पसीने से तर, कृषकाय लड़की की स्मिती
लकीर सुरम्य लगे, क्योंकि वो खिची है
उसके साँवले चेहरे पर, शहर की पहली
मेकेनिकल इंजिनियर बनने के बाद,
पहला इंजन ठीक करने के उपरांत!
और
ललित लगे वो लड़का, जिसकी छोटी
आँखें लगातार कई रातों से चौकन्नी है,
ताकि उसके देश की स्थिति रहे सुरक्षित
और शांत!
और फ़िर
मनमोहक लगे उस अफ़सर के दाग भरे
चेहरे पर संतुष्टि, जो उसने पाई है किसी
चेक पर साइन नहीं करने के बाद, ताकि
उसका चरित्र बेदाग रह सके!
और
आकर्षक लगे उस पर्वतारोहिणी का
व्यक्तित्व, जिसकी बैसाखियाँ तैयार है,
हिमालय लांघ जाने को, ताकि वो मर
मर के न जीए, बल्कि जी कर मर सके!
और
प्रेम कथाओं में जब कोई ये सवाल पूछे
कि 'तुम्हें मुझसे इश्क क्यों है?'
तो जवाब हो - क्योंकि तुम खूबसूरत बहुत हो!
और इस तरह ये दुनिया सुंदरतम हो जाए,
जब सुन्दरता सूरत में नहीं सीरत में बस जाए।