सोशल मिडिया
सोशल मिडिया
केहते हैं कि सोशल मिडिया से,
जिंदगी आसान हो गयी है ...
माना कि दो लोगो के बीच की दूरी मिट गयी है,
लेकीन,पहले वाली जिंदगी कहीं खो गयी है ..
इस सोशल मीडिया की दुनिया में
बच्चों का बचपन अधूरा रह गया..
कहां, कहानियां और मैदान वाले खेल थे
वह आज, मोबाईल का जमाना आ गया..
व्हॉट्स ॲप पे चॅटिंग करते करते,
आपस मे बाते करना तो,हम भूल ही गये..
इंस्टाग्राम पे रिल्स शेअर करते करते,
किताबो से सुविचार पढना भी तो भूल ही गये है..
ए सोशल मीडिया वाली जिंदगी,
कूछ फॉर्मल सी हो गयी है..
सच कहूं तो, जिंदगी एक,
कठपुतली सी हो गयी है..