STORYMIRROR

Bushira Shaikh

Tragedy Inspirational

4  

Bushira Shaikh

Tragedy Inspirational

सोच .....

सोच .....

1 min
420

 अच्छी सोच तो समाज मे बहोत थोड़ी है ,

 इस बुरी सोच ने ही असमानता की जंग छेडी है !


समाज मे सबकी एक दूसरे से असमानता की लड़ाई है ,

बुरी सोच ने ही तो असमानता बढाई है ! 


इंसान ने अपने सोच से समाज बनाया है ,

उसी समाज ने इंसान के पैरो मे बुरी सोच का ताला लगाया है ! 


इस ताले की बेड़ियों की चाबी तो बुरी सोच है ,

अच्छाइयों मे भी बुराइयाँ निकालना, इन बुरी सोच वालो की खोज है ! 


बुरी सोच वालो , सबके बारे मे जरा अच्छा सोचो ,

दूसरों की बुराइयाँ नही ,अपनी अच्छाइयाॅ खोजो ! 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy