Bibek Gupta Agrahari

Inspirational

4.6  

Bibek Gupta Agrahari

Inspirational

संकल्प

संकल्प

1 min
269


ये जो आग है इसे बुझने ना देना, 

ये संकल्प जो आज इसे टूटने ना देना l


 हम सवा अरब है ये हमारी ताकत है, 

 कौन हमें आँख दिखाए किसमे भला हिमाकत है l


 हमारे देश प्रेम पे पूरी दुनिया कायल है, 

 चीन हमारे राष्ट्रीयता से ही घायल है l


'चीन की दादागिरी' अब ये बात हुई पुरानी है, 

चीन कों उसके भाषा मे जवाब देने को हमने ठानी है l


 एक स्वर के बंधन में भारत बंध रहा है, 

 चीनी ख़ेमा उखड़ रहा हैं और सामान बंध रहा है l


ये क्रांति सिर्फ चीन का बहिष्कार नहीं है, 

ये संकल्प नये भारत के अविष्कार का है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational