संदेश
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सबक ले अतीत से
तू स्वप्न देख भविष्य का
पौरूष लगन से कर विजित
ध्येय अगम अदृश्य सा
अब छोड़ आलस प्रण उठा
जीत कर दुनिया दिखा
कितने जनम के बाद मिला
चोला तुझे मनुष्य का
सबक ले अतीत से
तू स्वप्न देख भविष्य का
पौरूष लगन से कर विजित
ध्येय अगम अदृश्य सा
असत्य को तू जीत ले
व्यक्तित्व को सुदृढ़ बना
तेज हो वो चरित्र में
हर कलुष हो अस्पृश्य सा
सबक ले अतीत से
तू स्वप्न देख भविष्य का
पौरूष लगन से कर विजित
ध्येय अगम अदृश्य सा।
