सीने के अंदर
सीने के अंदर
मेरा प्यार जब ऐ
खोड़ा (अल्लाह) की प्रेम बरसाई
में किया करूं
दिल घबराये
प्रेम बरसाये
सीने में आंसुओं का फव्वारा
फाल्गु नदी की तरह
ऊपर सिर्फ रेत और रेत है
पानी पड़ा है...
प्यारी सी चाँद की रात
जब पंछी सो गए
एक या दो सितारे गिरते हैं
ध्वनि सुनना
आमने सामने खड़ा है
दिन पीछे छूट गए।
[ N.B:-
* फाल्गु सिर्फ भारतीय नदी का
एक पौराणिक नाम है।
इस नदी पर सिर्फ रेत है।
यदि आप थोड़ी सी रेत खोदते हैं,
पानी मिलेगा। ]