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Meenakshi Sharma

Inspirational

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Meenakshi Sharma

Inspirational

शीर्षक-"अध्यापक महिमा"

शीर्षक-"अध्यापक महिमा"

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जो स्वयं जले दीपक की भांँति

और प्रकाश कर जाता है,

वही तोनिश्चय से

अध्यापक कहलाता है।


जो बच्चों के सपनों को ,

सार्थक करता जाता है,

भविष्य उनका जो सदा

उज्ज्वल बनाता है।

वही तो सबसे बड़ा ज्ञानी

व हितकर कहलाता है।


वही निश्चय से अध्यापक कहलाता है।


भारत का कण- कण

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की,

गौरव गाथा गाता है

और सावित्रीबाई फुले के

प्रयासों से अवगत कराता है ।

यही अध्यापक तो

राष्ट्र निर्माता कहलाता है।

वही तोनिश्चय से, अध्यापक कहलाता है ।


छात्रों की जिज्ञासाओं को

नित -दिन जो बढ़ाता है,

हौसलों को उनके जो

कायम करता जाता है,

विद्यालय को अध्यापक ही

शिक्षा मंदिर बनाता है।

वही तो निश्चय से अध्यापक कहलाता है।


सही -गलत की पहचान जो

निज अनुभव से कराता है ।

सहनशीलता- कर्तव्य निष्ठता से

निज धर्म जो निभाता है।

वही निश्चय से अध्यापक कहलाता है।


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