STORYMIRROR

Yashodhan Waghmare

Romance

3  

Yashodhan Waghmare

Romance

रात बाकी है

रात बाकी है

1 min
292

रात बाकी है

शाम बाकी है

बीते ना ये दिन

कोई बात बाकी है।

लमहा लमहा बीत रहे

कुछ रूठ रहे, कुछ टूट रहे

जज्ब़ात बाकी हेै।

हर पल सताती

इन साँसों मे

तेरी आस बाकी है।

ना उम्मीदों की अंधेरी

हर गली में

भूल गया मैं सब....

बस तेरी याद बाकी है।

बस तेरी याद बाकी है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance