परिवार
परिवार
एक
स्वर्ग
जमीं
पर
भी
है
जिसे
हम
परिवार
कहते
है
परिवार
में
समर्पण
ईमानदारी
पवित्रता
हंसी
खुशी
धर्म
कर्म
अनुशासन
प्यार
स्नेह
और
आदर
हो
स्वर्ग
और
कहीं
नहीं
अपना
परिवार
ही
है
परिवार
ही
जन्म
का
कारण
है
मृत्यु
के
बाद
मुक्ति
भी
परिवार
से
ही
होता
है
परिवार
एक
डोर
में
बंधा
रहता
है
जिसे
हम
रिश्ते
कहते
है
परिवार
के
भीतर
चपलता
सरलता
सुन्दरता
पाए
जाते
है
जो
आत्मा
को
सुकून
देते
हैं।