NIKHITA DAKHORE
Romance
प्रीत की मोही
तुझ से जो लागी
भई मैं दिवानी
भई मैंं दिवान।
इश्क की आग
नैना से नैना
तेरा इश्क
प्रीत कि मोही
मुलाकात आपकी
जाती नहीं है क्यों, तेरी याद दिल से। क्यों है मोहब्बत तुमसे, इतनी दिल से।। जाती नहीं है क्यों, तेरी याद दिल से। क्यों है मोहब्बत तुमसे, इतनी दिल से।।
जिसका इंतज़ार है मुझे .. जाने वो कब आएगा। जिसका इंतज़ार है मुझे .. जाने वो कब आएगा।
रिश्ते और कर्मपथ के राह में कुछ गलतियां हमने करी कुछ गलतियां आपने। रिश्ते और कर्मपथ के राह में कुछ गलतियां हमने करी कुछ गलतियां आपने।
तुम्हारा हाथ थामकर.. ज़िंदगी के आख़िरी पड़ाव तक जाना है। तुम्हारा हाथ थामकर.. ज़िंदगी के आख़िरी पड़ाव तक जाना है।
यह लड़की मेरे लिए परफेक्ट है और मैं इसे खोना नहीं चाहता यह लड़की मेरे लिए परफेक्ट है और मैं इसे खोना नहीं चाहता
मेरे बेकरार मन में विचार उसका आता था, दिन रात मुझको ईन्तज़ार उसका रहता था। मेरे बेकरार मन में विचार उसका आता था, दिन रात मुझको ईन्तज़ार उसका रहता था।
सपनों में रोज आती है वो, पर बात नहीं होती। सपनों में रोज आती है वो, पर बात नहीं होती।
कहेंगे लोग तुमको बेवफा, हम सह ना पायेंगे। कहेंगे लोग तुमको बेवफा, हम सह ना पायेंगे।
तेरे हर एहसास का आमंत्रण हमने स्वीकार किया ।। तेरे हर एहसास का आमंत्रण हमने स्वीकार किया ।।
पर "क्या फर्क पड़ता है पैसे मैं दूं या तुम दो" पर "क्या फर्क पड़ता है पैसे मैं दूं या तुम दो"
ये जो राज़_ए_उल्फ़त तुम छुपाने लगे हो , इश्क़ की गली से दूर जाने लगे हो। ये जो राज़_ए_उल्फ़त तुम छुपाने लगे हो , इश्क़ की गली से दूर जाने लगे हो।
जो लिखा है वो सही है मान लो शेर अपना मैं जला दूगा क़भी। जो लिखा है वो सही है मान लो शेर अपना मैं जला दूगा क़भी।
तेरे माथे को पढ़ता जाता हूं , और..फिर वही नज़्म गाता हूं! तेरे माथे को पढ़ता जाता हूं , और..फिर वही नज़्म गाता हूं!
मुझे सब बताने की आदत नहीं है पर कोशिश करोगी तो जान लोगी मुझे सब बताने की आदत नहीं है पर कोशिश करोगी तो जान लोगी
तुम जानो ना जानो, ये दिल सबकुछ जाने। तुम जानो ना जानो, ये दिल सबकुछ जाने।
झंझोडके रख देती है, रुहको बेजुबाँ होके भी ... झंझोडके रख देती है, रुहको बेजुबाँ होके भी ...
तोहफ़ा ये बड़ा खास है, शख्स कोई जो दिल के पास है। तोहफ़ा ये बड़ा खास है, शख्स कोई जो दिल के पास है।
आखिरकार वह बादल आज बरस गया दिल खोल कर... आखिरकार वह बादल आज बरस गया दिल खोल कर...
मेरे द्वारा तुम्हे प्रेम से देखना यही प्रेम है। मेरे द्वारा तुम्हे प्रेम से देखना यही प्रेम है।
क्या ये आग ठीक है प्यार की, जो मेरे सीने में जल रही है..? क्या ये आग ठीक है प्यार की, जो मेरे सीने में जल रही है..?