प्रेम अजर है
प्रेम अजर है
आंखे
पथरा
गई
राह
देखते
देखते
इंतजार की
सीमा
भी
अब
खत्म सी
हो गई
कुछ
क्षण
शेष
बचा है
इस
जीवन का
सबकुछ
बूढ़ा हो
गया है
सिवाय
प्रेम के
और
उसके
इंतजार के
प्रेम
बूढ़ा
नहीं होता
वो अजर है
अमर है
तभी तो
आज भी
प्रेम का
इंतजार है।