प्लीज
प्लीज
सिगरेट के धुंए को छल्ला बनाया,
खुद के ही छाती को मस्त जलाया।
बोले तो भाई लोग, मजा बहोत आया
आपून के खोपड़ी ने चक्कर भी खाया।
बीडू ने बोला, और एक मार,
एक से क्या होगा, चार कस मार।
जिंदगी के पल है चार, जिले मेरे यार,
टेंशन वेंशन छोड़ना, झुम बार बार।
मां बाप ने बोला, सुनले मेरे लाल,
सिगरेट पीना छोड़, ये है एक बवाल।
ये तो एक जहर है, मौत का है जाल,
छोड़ दें इसको पीना, कर देगा बूरा हाल।
बहन ने मुझको बोला, सुन ले मेरे भाई,
क्यों पीता है सिगरेट, यह कैसी लत लगाई।
बीमार पड़ेगा तू, कौन करेगा बिदाई,
है राखी की कसम तुझे, इसमें है तेरी भलाई।
प्रेमिका ने आँसू बहाया, थोड़ा सा समझाया,
पीता है तो पी जा, मेरा क्या जाता है।
नशा करेगा जो तू, बीमारी को अपनाता है,
मैं भूलूंगी तुझको, नया प्रेमी मील जाता है।
इतने लोगों ने समझाया, तब मैं होश में आया,
छोड़ा मैंने तंबाकू, और सबको समझाया।
सुनो मेरे प्यारे दोस्तों, नया साल अब आया,
छोड़ो इस नशे को, नया जीवन है आया।