STORYMIRROR

Prerna Sharma

Abstract

3  

Prerna Sharma

Abstract

पहचान

पहचान

1 min
286

 इंसान की पहचान इंसानियत से, 

 सुहागिन की पहचान सुहाग से

 बेटे की पहचान बाप से

 ममता की पहचान औलाद से

 सूरज की पहचान उजाले से

 चांद की पहचान तारों से

 काले की पहचान अंधकार से

 रोशनी की पहचान दीपक से

 कलम की पहचान स्याही से

 नशे की पहचान नशेड़ी से 

 खुशी की पहचान मुस्कुराहट से

 उम्मीद की पहचान इंतजार से

 जीत की पहचान परिश्रम से

 बीते कल की पहचान यादों से

 रिश्तों की पहचान निभाने से

हर चीज की डोर है पहचानो से।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract