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DARSHITA SHAH

Abstract

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DARSHITA SHAH

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नशा

नशा

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गांव में मिलता नहींं

नाम में मिलता नहींं

प्यार जैसा नशा तो

जाम मे मिलता नहींं


कृष्ण जैसा सारथी

राम मे मिलता नहींं

सुदामा जैसा दोस्त

ढूढने से मिलता नहींं


जो यकी नो, हो कही

भी खुदा मिलता नहीं

दिल के दर्दो का इलाज   

बाम में मिलता नहीं


मोक्ष की अनुभूति यहां  

काम में मिलता नहीं

प्यार का दरिया कही 

दाम में मिलता नहीं 


कृष्ण जैसा सारथी  

राम में मिलता नहींं।


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