नारी
नारी
नारी नारी है कोई खिलौना नहीं
तोडना मोड़ना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई चीज नहीं
मोलभाब करना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई चुइंगम नहीं
खाकर फेंकना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई जानवर नहीं
उसे दर्द देना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई वस्तु नेही
तोल परोखना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई माल नहीं
यूं निहारना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई पत्थर नहीं
हथौड़ा मारना छोड़ दो l
नारी नारी है कोई फूल नहीं
उसे मसलना छोड़ दी l
नारी नारी है कोई जख्म नहीं
यूं नमक छिड़कना छोड़ दो l
नारी नारी है कभी अबला नहीं
उसे दुर्बल सोचना छोड़ दो l
नारी तो बस नारी है
बस यह सोचना छोड़ दो l
