नारी
नारी
नारी तेरा क्या कहना,
तू है हर घर का गहना
तू हर किसी के लिये है खास,
तेरी कभी किसी से ना कोई आस।
तू हर घर को है सवारती,
और अपनी एक मुस्कुराहट से
उसको निखारती।
कभी बेटी बनकर,
तो कभी पत्नी बनकर तूने है
अपना फर्ज निभाया,
और एक माँ बनकर तूने है
सबको जीना सिखाया।
तुझमें है सारी देवियाँ समाई,
तू ही दुर्गा तू ही महामायी।
इस दुनिया मे ना तेरा कोई मोल
ए नारी तू है सबसे अनमोल।