नारी शक्ति
नारी शक्ति
नारी बिना अधूरा संसार।
हे मानव नारी बिना अधूरा संसार।।
नवरात्रि में नवदुर्गा करती हाहाकार।
दीपावली में दीपज्योत बनकर रहती दिनभर।।
नारी बिना अधूरा संसार।
होली में पूजा करती अधिक व्यंजनों से।।
रंगबेरंगी रंगो से सजाती होली का माहौल।
सजती धजती बार बार शृंगारो के साथ।।
नारी बिना अधूरा संसार।
हे राधे, श्रीकृष्ण से पहेले तेरा नाम।
हे सीता, श्रीराम से पहेले तेरा नाम।
हे लक्ष्मी, श्रीविष्णु से पहेले तेरा नाम।।
तू ही तू है तू ही तू है,
सजती है, धजती है, तू ही तू।
मरती है, सिरकती है, बिछड़ती है,
करे नर नारी वंदन तुझे।।