मंगलाचरण
मंगलाचरण
प्रथम वंदन माँ भारती के भाल को हैं
द्वितीय वंदन मेरा चरणन निज मात को
तृतीया वंदन मेरा सभी गुरु ज्ञानियों को
चतुर्थ वंदन मेरा परमपिता परमात्मा को
पंचम वंदन मेरा माँ शारदे के चरणों में
जिनसे मिला मुझे ये ज्ञान का प्रकाश हैं
और वंदन मेरा उन सभी मानवों को
जिनमें बसा दया धर्म और ईमान हैं
