मील के पत्थर
मील के पत्थर
भले ही पा लिए हों तूने मील के पत्थर
लेकिन अब भी फूँकने होंगे तुझे इस देश में जन्तर मन्तर
तेरा रास्ता चाहे आधा क्यों न रह गया हो
देश के नोजवानों को अब भी देखनी है पहली मंज़िल
बैठ न जाना तू इस पत्थर को ऋदाँजली समझकर
कौन जाने नहीं है तेरी यह आख़िरी मँजिल।