आज़ादी
आज़ादी
आज़ादी किसी के लिए जुनून है, तो किसी के लिए सुकून है
आम आदमी के लिए एक दिन का जशन है,
तो सेना के लिए हर दिन का जतन, नेताओं के लिए रैली है,
पर सेनानियों की यह शैली है
नयी पीढ़ी के लिए आज़ादी सिर्फ एक शब्द है,
पर बलिदानियों के लिए स्मृतियों की पुस्तक पर आज़ादी है क्या ?
तिरंगे ने बतलाया!
हिमालय की सफेद बर्फ पर अपने केसरी लहू का कालीन बनाकर
हर दिन हर वक़्त जब सैनिक अपने देश की हरित समृद्धि की कामना करता है
वो है आज़ादी वो है आज़ादी वो है आज़ादी