सामने दीवार पे सुकून की घड़ियों वाली, घड़ी को रखा मेरी पहचान को निखारने वाला आईना लगा सामने दीवार पे सुकून की घड़ियों वाली, घड़ी को रखा मेरी पहचान को निखारने वाला...
मन मयूर कर दिया, फागुनी मेघ गाज ने। मन आह्लादित किया, जादुगर ऋतुराज ने। मन मयूर कर दिया, फागुनी मेघ गाज ने। मन आह्लादित किया, जादुगर ऋतुराज ने।