Tanish Khandelwal
Comedy
आज मैं ऑफिस जा रहा था कार से
बच्चों ने मुझे देखा बड़े प्यार से,
बीवी ने जोर से लगाई फटकार
आज तो जल्दी आना मेरे यार ,
मुझे रहेगा तेरा इंतजार,
अगर समय में नहीं आया मेरे यार,
फिर हाथों से मिलेगी फटकार ।
मेरी ज़िन्दगी
हमने कहा -क्यों इतनी सर्दी में सताती हो रविवार के दिन भी दफ्तर खुलवाती हो हमने कहा -क्यों इतनी सर्दी में सताती हो रविवार के दिन भी दफ्तर खुलवाती हो
ज़रा भिजवाइयेगा मेरे रूम पर, चिकन ज़रा तंदूर पर, पूरा भून कर!" ज़रा भिजवाइयेगा मेरे रूम पर, चिकन ज़रा तंदूर पर, पूरा भून कर!"
कभी लॉन्ग ड्राइव पर ले जाने की बात करती हूं तो कहते हैं कभी और! कभी लॉन्ग ड्राइव पर ले जाने की बात करती हूं तो कहते हैं कभी और!
वह था सबका हमारे लिए प्यार ।। वह था सब का हमारे लिए प्यार।। वह था सबका हमारे लिए प्यार ।। वह था सब का हमारे लिए प्यार।।
अधिकारों की जो बात करी तो, डेटा ऑनलाइन होगा..... कि डेटा ऑनलाइन होगा..... अधिकारों की जो बात करी तो, डेटा ऑनलाइन होगा..... कि डेटा ऑनलाइन होगा.....
ऐसे कैसे!कवि, जबरन गीत सुनाते हैं। नहीं सुनते यदि श्रोता, दादागिरी बताते हैं। ऐसे कैसे!कवि, जबरन गीत सुनाते हैं। नहीं सुनते यदि श्रोता, दादागिरी बतात...
फँस गया था डॉक्टर बेचारा , पूछा नहीं था घर, कहां है तुम्हारा। फँस गया था डॉक्टर बेचारा , पूछा नहीं था घर, कहां है तुम्हारा।
बाप बेटा मिलकर, मजा उड़ा रहे हैं। दारु पी रहे हैं, नमकीन खा रहे हैं। बाप बेटा मिलकर, मजा उड़ा रहे हैं। दारु पी रहे हैं, नमकीन ख...
भगवान जाने अब कौन सी आफत आने वाली थी ख्वाबों में सुन डाली हमने होती जितनी गाली थीं भगवान जाने अब कौन सी आफत आने वाली थी ख्वाबों में सुन डाली हमने होती जितनी गा...
अगले जनम में मुझे प्रेमी या बीवी नहीं, इनका मोबाइल बनाना!! अगले जनम में मुझे प्रेमी या बीवी नहीं, इनका मोबाइल बनाना!!
यात्रियों का जमघट लगा था, हर कोई ट्रेन की यात्रा में खड़ा था, यात्रियों का जमघट लगा था, हर कोई ट्रेन की यात्रा में खड़ा था,
आँसू मेरे देख के बोली मेरी लुगाई क्या है यह ड्रामा मैं समझ न पाई. आँसू मेरे देख के बोली मेरी लुगाई क्या है यह ड्रामा मैं समझ न पाई.
कंचन जैसी काया तेरी, कटे है तेरे बाल। छोटे-छोटे कपड़े तेरे, देखो भाई कमाल। कंचन जैसी काया तेरी, कटे है तेरे बाल। छोटे-छोटे कपड़े तेरे, देखो भाई कम...
वो पुरानी बातों को फिर क्या दोहराना जो जुबा पर है उसे कैसे छिपाया जाए। वो पुरानी बातों को फिर क्या दोहराना जो जुबा पर है उसे कैसे छिपाया जाए।
अब खिड़की पर बैठ कर, आंखें करती चार टच करने की कोशिशें, अब तो हो गयी हैं बेकार अब खिड़की पर बैठ कर, आंखें करती चार टच करने की कोशिशें, अब तो हो गयी हैं ब...
बड़ी बेचैन करती है उनकी याद चलो अब तुम भी सुनलो ये राज की बात। बड़ी बेचैन करती है उनकी याद चलो अब तुम भी सुनलो ये राज की बात।
मुन्नू की अम्मा अब मिसेज शर्मा हों गई है मुन्नू की अम्मा अब मिसेज शर्मा हों गई है
मुझेे पता है या रब जानता है। बीड़ी मेंं क्या मजा है।। मुझेे पता है या रब जानता है। बीड़ी मेंं क्या मजा है।।
बदलकर नया साल मनाएंगे हैपी न्यू इयर 2022। बदलकर नया साल मनाएंगे हैपी न्यू इयर 2022।
विचार दोनों के अलग हो सकते मगर दिलों में तो आपस में मेल होना चाहिये। विचार दोनों के अलग हो सकते मगर दिलों में तो आपस में मेल होना चाहिये।