मेरी जिन्दादिली
मेरी जिन्दादिली
जिंदगी को प्यार से जीने लगी हूं मैं
लगता है खुश रहने लगी हूं मैं
खुद को खुद से मिलाने लगी हूं मैं
नहीं मानती मैं बुरा अब किसी बात का।
बातों को हवा में उड़ाने लगी हूं मैं
देख कर अपने आप को ही आईने में
मन ही मन मुस्कुराने लगी हूं मैं
करूंगी अपने भी साकार सभी सपने।
वादा खुद से ही यह करने लगी हूं मैं
माना ख्याल सबका रखना आदत है मेरी
पर खयाल अपना भी अब रखने लगी हूं मैं
पूछते हैं सभी हुआ क्या है मुझे।
दरअसल फिर से जिंदादिल होने लगी हूं मैं।