STORYMIRROR

Shaba Rao

Inspirational

4.5  

Shaba Rao

Inspirational

मेरा वतन

मेरा वतन

1 min
8


अपने वतन की तारीफ करूं मैं,

 सोने की चिड़िया कहते वतन को मेरे।

 वतन की पाकिज़ा मिट्टी में समाए है,

 किस्मत वाले वीर जवान हमारे।


 मेरे वतन की एक बात खास हैं,

 अदब की इसमें मिसाल हैं।

 विदेशों से जब भी मेहमान आए हैं,

 हमारी संस्कृति को तोहफा समझ के ले गए हैं।


 तिरंगा झण्डा जब लहराता हैं,

 वतन की शान में चार चाँद लगाता हैं।

 नदी झरने जब यहाँ बहते हैं,

 मधुर- मधुर आवाज़े सुनाते हैं।


 सभी मजहब में एकता पाई जाती है,

 मिलकर ईद दीपावली मनाई जाती है।

 ऐसा मेरा भारत महान है,

 जिसके लिए जान भी कुर्बान है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational