मौन
मौन
सौ
बात का
एक जवाब है
मौन रहना,
मौन में
छुपा रहती है
असंख्य
संवेदनाएं
अनगिनत
दर्द
असीमित
दुख
और
अतुलनीय
सुख भी,
लफ्जों में
उसे
अभिव्यक्त करना
नामुमकिन सा है,
लफ्जों से
कुछ बाते हीं
कह सकते है
लेकिन मौन
वो सब कुछ
कह देता है
जो उसे
सामने वाले
व्यक्ति से
कहना होता है,
एक विशेष
परिस्थिति में
मौन सबकुछ
बिना बोले ही
बोलता है
शब्द अर्थहीन
बातें ही
कह पाता है.