माँ को मेरा सलाम है!
माँ को मेरा सलाम है!
बचपन से समझना चाहा है जिसे
हर बात को जिसने सिखाया है मुझे
उस अटल विश्वास की ये कहानी है
उसीके है भाव पर बस मेरी जुबानी है
कर्तव्यों का पालन कर उसने
हर बार अपनो को संभाला है
हर उस कठीन डगर को उसने
अपने हौसले से संवारा है
जग से छुपाके अपने आसुओं को
उसने हर दर्द को अपने सीने से लगाया है
ममता की छवी को हृदय में संभाले
हमें ऊंची उड़ान भरना सिखाया है
साधा पहराव पर उच्च विचार ऐसी
सिख को जिसने अपनाया है
अपने हर व्यवहार से जिसने
हमें बहुमूल्य ज्ञान दिलाया है
आज जो भी व्यक्ति हम बन पाए है
बस तेरे ही संस्कारों के साए है
हम जो भी कदम बढ़ा पाए है
वो तेरे ही संकल्पों के सहारे है
तेरी मुस्कान पे ये दिल कुर्बान है
तेरे प्यार से ही ये जीवन कमाल है
तेरी ममता को मेरा प्रणाम है
मेरी मां को मेरा सलाम है !
