लम्हे जिंदगी के !!
लम्हे जिंदगी के !!
लम्हे जिंदगी के,
कुछ हंसाते, तो कुछ रुलाते से,
कभी रुठते, तो कभी मनाते से ,
यूं ही साथ चलते रहते हैं हमारे,
हर पल में यादें सजाते से !!!!
लम्हे जिंदगी के,
कभी हमदर्द तो कभी बेदर्द हैं,
कभी सुर्ख तो कभी जर्द है,
कभी साथ हैं अपनों का,
तो कभी यादों पर भी जमी गर्द हैं !!!
लम्हे जिंदगी के,
कभी रंगबिरंगे, तो कभी बेरंग हैं,
कभी तंग, तो कभी पतंग हैं,
कभी अपने से लगते हैं बहुत,
तो कभी अपनों से ही जंग हैं !!!
लम्हे जिंदगी के,
कभी सपनों की उड़ान है,
तो कभी पर ही बेजान है,
कभी हौसलों पर जंग है,
तो कभी छूना आसमान है !!!
लम्हे ज़िंदगी के,
कभी दुश्मन, तो कभी मीत से,
कभी हार, तो कभी जीत से,
कभी कर्कश स्वरों के शोर से,
तो कभी सुमधुर संगीत से !!!
लम्हे जिंदगी के,
कैसे भी हो लेकिन, बहुत कुछ सिखाते है,
सुख और दुख तो जीवन में आते और जाते हैं,
फिर क्यों हम केवल दर्द को सीने से लगाते हैं,
और खुशियों को संभाल ही नहीं पाते हैं !!!
तो चलिए अब से, हर लम्हे को खुलकर जी जाते हैं,
खुशियों के साथ साथ, गमों का भी जश्न मनाते हैं,,
जिंदगी के हर लम्हे को, खूबसूरती से बिताते हैं, खूबसूरती से बिताते हैं !!!!
