STORYMIRROR

Manmohan Bhatia

Abstract

1  

Manmohan Bhatia

Abstract

लक्ष्य

लक्ष्य

1 min
277

देखो सामने अपना लक्ष्य

निशाना लक्ष्य पर लगाओ

जीवन का हर मोड़ एक लक्ष्य है

प्रेम एक लक्ष्य है

समर्पण एक लक्ष्य है

बड़ों से अच्छे संस्कार लेना

हमारा लक्ष्य है

छोटों को संस्कार देना

हमारा लक्ष्य है

शांति से स्वयं जियें

औरों को भी जीने दें

यही हमारा लक्ष्य है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract