कुछ अच्छा भी देखा
कुछ अच्छा भी देखा
#कुछ #अच्छा #भी #देखा
दुनिया लॉक है पर डाउन नहीं है,
आओ देखें ,
इस लॉक डाउन में कैसा अच्छा देखा ।
देश विदेश का हाल कैसा बेहाल देखा ,
थमे कदम वीरानी जैसा ये साल देखा ।
पर इस बदहाली में भी कुछ ऐसा देखा ,
पहले जो कभी ना हुआ , कुछ वैसा देखा ।
देश सम्भालने सबका अनुनय विनय देखा,
हौसला जगाने सुर संगीत सुरमय देखा ।
पुनः दूरदर्शन को परिवार जुटाते देखा ,
दादा दादी को भी प्यार लुटाते देखा ।
गाँवों की धरा पर शहरों को फिदा देखा ,
दीन निबलों में मानवता को जिंदा देखा ।
संतोषम् परम् सुखम सबको समझते देखा ,
भव-विलास की भी औकात उतरते देखा ।
चन्दा को तारों सहित झिलमिलाते देखा ,
काली घटा को नील गगन सजाते देखा ।&nb
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गंगा यमुना को दर्पण सा लहराते देखा ,
प्रकृति को भी मोहक छटा छिटकाते देखा ।
महानगरों को शुद्ध हवा संग जीते देखा ,
कूक गुंजाती कोयल को रस पीते देखा ।
छुपे रूस्तमो को भी उभर निखरते देखा ,
ये सुखद बदलाव दुःखद दिनों चलते देखा ।
बंद घरों में चिंतन की खिड़की खुलते देखा ,
ऑफलाइन को ऑनलाइन जुड़ते देखा ।
सेहत का योगा से जोड़ जुड़ाते देखा,
पतझड़ में भी सूरजमुखी उगाते देखा ।
पर अफसोस यहाँ कुछ पत्थर दिल भी देखे ,
अकल पर पत्थर पड़ो की फितरतें भी देखी ।
इस जंग से लड़ते, बचाने आयो को देख ,
इन्सानियत पर पत्थर बरसाते भी देखा ।
सबसे अलग पॉज़िटिव में घबराहट
और टेस्ट में निगेटिव पाकर सुकून मिलते देखा ।
#तनुजा #जोशी