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Ravi Ranjan Goswami

Abstract

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Ravi Ranjan Goswami

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कौन कहे ?

कौन कहे ?

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प्यार के वादे झूठे  

मिलन के ख्वाब अधूरे,

अफसाने वही पुराने।

किससे अब कौन कहे ?

जब कोई शेर कहे

कमाल कहे,

जो कुछ भी न कहे,

तो कमाल कहे,

जमाने को जब भी समझाए,

जालिम मेरी ही मिसाल कहे।. 


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