जिंदगी
जिंदगी
जिंदगी काटते सभी जिंदगी जिए जाओ तुम
मिलती न हर किसी को
इस भीड़ में गुम न जाओ तुम जमाना कहे सौ बात
दिन से भी जरूरी बनाओ तुम रात रात न है
कोई अँधेरा वह है एक मौका जो सँवार दे सवेरा
रोना जानते सभी मुश्किलों में मुसकुराते जाओ तुम
दुनिया में बढ़ें वही
जो हालातों से मिलाए कदम
दौलत है प्रभावी
पर न खरीद सके साँसों को
नोटों से भी खुशबूदार बनाओ अपनी जबान तुम
महको तुम जैसे एक कली
बिखेरो हँसी हर दिशा में और गली
आशियाने बनते न ईटों से
परिवार बनाता उसे विशाल
जिंदगी का मजा है उनके साथ मुसकुराने में
कुछ वक्त मोबाइल छोडकर जिंदगी
जिओ उनके संग शरबती प्यालों में !