जिंदगी
जिंदगी
दो पल की है जिंदगी
हँसते हँसते जीना सीखो
गम किसके पास कम है
उस में भी खुश रहना सीखो
रुठो को मनाना छोड़ दो
गये है उनके याद में रोना भी छोड़ दो
जो है अभी उसे मदहोशी में जीयो
क्या पता है जिंदगी कल हो या ना हो
हर रंग जिंदगी का जी लो यारों
सुनहरा हर सपना पूरा करो
कोई नहीं कहेगा तू जी ले अपनी जिंदगी को
खुद तुम ही अपनी जिंदगी से प्यार करो
जो दूर है उसकी यादों में खुश रहो
जो पास है उसको गले लगाओ
कल किसने देखा है दोस्तों
आज जो है उसी में जिंदगी को जी लो।