जिंदगी - एक इतिहास
जिंदगी - एक इतिहास
जिंदगी............
हर इंसान जीता है
मेरी जिंदगी मुझसे शुरू नहीं होती
ये शुरू होती है उस जगह से
जहां मैंने जन्म लिया
मेरी मां से मेरे पापा से
उन लोगों से जिन्हें मेरे होने पर खुशी हुई
और उनसे भी जिन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा
हर उस इंसान से जिंदगी बनती है
जो मेरी जिंदगी का हिस्सा बना
चाहे मेरे अच्छे के लिए
बुरे के
जिंदगी कहने को एक शब्द
और बयां करने को न जाने कोई इतिहास
हर व्यक्ति जिंदगी को एक अलग परिभाषा देता है
जिससे एक जिंदगी 'मेरी जिंदगी' बन जाती है।