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Anindya Biswas

Abstract

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Anindya Biswas

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जीवननदि

जीवननदि

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कल की बात में क्या रखा है;

आज भी सुबह हुई है,

कौन मिला था कल मुझे;

याद तो मुझे आज ही नहीं हैं,

इतनी जल्दी कैसे कट जाए ज़िन्दगी;

की उम्र का हिसाब चंद मिनटों में आ गई,

सांस लेने का भी सुकून नहीं;

सारी ख़ुशी आज क्यों मुझसे रूठ गई,

नहीं अता पता कि क्या होगा;

आगे क्या होगी; या आज क्या होगा,

बस शुक्र रहे हमेशा भगवान की हात;

हमेशा रहे सर पे;दुआ मांगता फिरूंगा।


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