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chander mohan

Abstract

3.3  

chander mohan

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जीवन सौ रंगो की बहार

जीवन सौ रंगो की बहार

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जीवन सौ रंगो की बहार

जैसे एक किताब, और पन्ने कई हज़ार

रोज बनाओ चित्र, भरो रंग, बनो चित्रकार

अच्छे लगे जो तो रख लो यादों में

खराब हो जाए तो फाड़ फेंक दो भूल भूलिया में

यही है इस जीवन का सार

जीवन सौ रंगो की बहार!


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