जी
जी
जी,
एक शब्द है,
सादगी में भरा,
संवेदना का इज़हार,
हर पल सहारा।
बातचीत में उसकी हैं अदा,
संभाल कर रखना,
ये हैं ज़ुबान का अंदाज़।
मुस्कान भर देता हैं,
जब कहा जाता है,
एक दूसरे को सलाम,
प्यार से बताता है।
संवेदना का रंग है इसमें भरा,
"जी" के इस पैगाम में है,
रिश्तों का प्यारा।
