झूठी बातें
झूठी बातें
झूठी बातों का जमाना है
मुक्तक का यही तराना है
कभी हल्का तो कभी पड़ा
किसी पर भारी
अब छूट गई दुनियादारी।
झूठी बातों का जमाना है
मुक्तक का यही तराना है
कभी हल्का तो कभी पड़ा
किसी पर भारी
अब छूट गई दुनियादारी।