Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Asha bhatt

Romance

3  

Asha bhatt

Romance

हवा का झोंका

हवा का झोंका

2 mins
353


बड़ी जोर से किसी ने खिडखडाई खिडकी ।

मैं ने भी होले से परवा की खिडकी खोलने की ।।

बड़ी जोर से अंदर आने की ज़ुर्रत कर रहा था

एक छोटा मोटा हवा का झोंका ।

मैं ने बड़ी सख्ती से कर दिया मना अन्दर आने से ।।

अरे ! तु कहीं और जा, ।

मैं डुबी थी “ उनके “ खयालो में ।

तू ने यूहीं मुझे जगा दिया "उनके" खयालो से ।।

वो फ़िर भी अंदर आने लगा, सून ले मेरी जुबां ।

मुझे कोई सूननी नही तेरी ये ऐसी वेसी बाते ।

जगा कर सपनो से जुदा किया "उनसे " ।।

वंद करने लगी खिडकी, ओ गिडगिडाया ।

हवा का झोका हूं मैं यु ही चला जाता,

पछताना तुझे सुना नहीं मुझे तों ।।

चल बता, देर नहीं करना जाना मुझे “ उनके” सपनो में ।

फिर ढूढना पडे कहा कहा उसे वादियो में ।।

“छु कर आया हूं उनको “ फिर क्यूँ जाना तुझे वादियो में ।

छु लिया “उनको “ ठहरा ऐक पल भी नहीं कोई खबर लेने ।।

सहसा ही मैं ने लिया उसे अंदर ।

सांस में भर लिया, गले से लगा लिया ।

रूह में समा लिया, कर दिया दिल में केंद ।।

चहेंकती, गुन गुनाती, यूहीं मुस्कराती ।

मैं लगी झूला जूलने ।।

वो फिर लगा मचलने ।

अब क्या है तुझे ।।

अरे ! छोड तो मुझे, फिर कहीं जाना मुझे ।

गुना बता मुझे, क्यु केद किया तुझेमे ।।

अरे ! तेरी गुनेगारी इतनी, ज़ुर्रत तेरी " उसे " छूने की ।

सजा अब तुझे, मेरी सांसों तक रहना मुझमें ।

वो भी ज़रा ज़रा मुस्कराता, डालने लगा आदत, मेरे भितर रहने की ।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance