हँस कर चलना होगा
हँस कर चलना होगा
फूल खिले हों पथ में
या कांटों का अंबार मिले
सहज भाव से सब मिल जाये
या संघर्षों की राह मिले
तुझे हर पल इस पे डटना होगा,
जीवनपथ चाहे जैसा हो
तुझे हँस कर इसपे चलना होगा।।
हार मिले या जीत मिले
या जीवन अमृत मिले
क्या गैरों से और क्या अपनों से
मान मिले या अपमान मिले
ये सब तुझ को सहना होगा।
कैसा भी हो ये जीवनपथ
तुझे हँसकर इसपे चलना होगा।।
जीवन है आकाश के जैसा
संघर्ष तेरा है ध्रुवतारा
आत्मबल को शस्त्र बना
कवच बना तू स्वाभिमान को
अपनी इस ताकत से तुझको
विपदाओं को निःशस्त्र करना होगा।
जीवनपथ कैसा भी हो
तुझे हँसकर इसपर चलना होगा।।
