हमारे ऋषि
हमारे ऋषि
परमारथ के कारण ऋषि मुनि,
धरा पे नर तन धर आए ।
सभी सुखी हो सभी निरोगी ,
भक्ति मार्ग को समझाए ।।
ज्ञानवान ऋषियों से हम सब,
भक्ति मुक्ति को है पाते ।
परम पूज्य ऋषि देव हमारे ,
हमको सच्ची राह दिखाते ।।
प्रेम प्रभू को पाने का है ,
सबसे सुगम तरीका ।
बिना प्रेम के मिले न ईश्वर,
इस बिन सब कुछ फीका ।।
ऋषि मुनियो के ज्ञान भरे ,
उपदेश परम हितकारी ।
धर्म सभाओं मे उनका ही ,
रहता मन्थन जारी ।।
तज प्रपंच को हरदम ही यह ,
करते रहते हरि का ध्यान ।
सबका हित ही मांगे प्रभु से,
उपकारी नहि इनके समान ।।