हिंदी
हिंदी
हमारी मातृ भाषा है हिंदी
गौरव की गाथा है हिंदी
बस्ती है जो कण-कण में
रहती है जो जन जन में
सबसे सरल, मधुर, मीठी भाषा है हिंदी
राजभाषा के पद पर विराजमान है हिंदी
हिंदुस्तान का सरताज है हिंदी
सभी बोलियों में प्राण स्वरूप है हिंदी
भारत माता के शीश की बिंदी है हिंदी
वीर रस के उद्घोष के स्वर है हिंदी
नाटक, रूपक, अलंकार, रस, काव्य, कहानी की
आत्मा है हिंदी
लेखक, लेखिकाओं, कवि, कवयित्रियों शायरों की
कलम की स्याही है हिंदी
हिंदी का ना तुम अपमान करो
एक मां की ही तरह हिंदी का भी सम्मान करो
अपने देश में अपने ही राज्य में अब पराई सी लगती है हिंदी
वास्तविकता के धरातल पर ओझल सी है अब हिंदी
अंग्रेजी के दिखावे में तुम अपना अक्स ही भूल गए
अपनी ही भाषा के मूल महत्व को तुम भूल गए
अंग्रेजी की चकाचौंध में तुम भाषा की वास्तविकता,
मधुरता, सौम्यता को ही लील गए
और आधुनिकता का अनुसरण कर
अपना पुरातन और सनातन धर्म ही भूल गए
मैं किसी के विरुद्ध नहीं पर मेरी विचारधारा पुरानी है
अपनी मां, अपनी भाषा, अपनी संस्कृति, और
अपनी भारत मां, के लिए समर्पित यह "टीना" की जिंदगानी है।