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Pratima Yadav

Abstract

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Pratima Yadav

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एक अनोखी दोस्ती

एक अनोखी दोस्ती

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 ये दोस्त थोड़ा ठहर जा....

अभी तो बस मुलाक़ात हुई, 

थोड़ी सी जान पहचान हुई।

काफी दिनों के बाद

प्यारे दोस्त से बात हुई।


बहुत बातें है अभी कहना....

अभी तो बस शुरुआत हुई। 

याद करते रहना दोस्त

अभी तो बस पहचान हुई। 


जीवन भर ये दोस्ती निभाना,

अभी तो बस चार बात हुई। 

कदम से कदम मिलाकर,चलना हमारे साथ, अभी तो सफर की शुरुआत हुई। 


बस थोड़ा नादान है हम,

बस बातों को कभी दिल पर ना लेना।

जब-जब परेशानी आये तो  

साथ देना आप हर पल।


कभी अगर लगे कोई मुसीबत

झट से हमे बता देना...

देंगे साथ हमेशा ऐसे ही

बस दोस्त तुम हमे बुला लेना।


कभी ना कोई गिला रखना दिल में, 

अगर हो तो बता देना।

ऐसे ही रहना साथ मेरे तुम 

ना कभी अलग होना।


रहेगें साथ हमेशा जब तक ये जान है,

ये मेरा वादा है...

कभी ना भूलेगें अपनी दोस्ती। 


बस हर बात को मेरी समझ जाना

अगर मैं होऊ उदास तो मना लेना।


कभी ना करना दूर अपने से।

ये दोस्त बस ये कसम आप खा लेना।


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