एक अभिलाषा
एक अभिलाषा
इच्छा, कामना अभिलाषा हर चित के ये भाव हैं।
कभी पूर्ण या अपूर्ण होता हर दिल का ये ख्वाब है।
मेरे भी इस मन में अभिलाषाओं की सी उड़ान है।
पूरी जब होती है स्वर्ग सा लगता है ये जहान है।
है अभिलाषा मानव से मानव का जुड़ता ये नाता हो।
खुशियों के मेले में हर जन का तांता बांता हो।
मानव का हो जीव जंतु से भी हो एक रिश्ता पावन।
हिंसा का ना पकड़े दामन हर दिन बन जाए सावन।
मानवता का धर्म संवारना और सजाना है
हो यदि ये इच्छा पूरी तो सबसे बड़ा ख़ज़ाना है।