एहसान
एहसान
बेहतरीन ख़्वाब बनाते बनाते
ये एहसास हो गया
की जो हाथ
हम कस कर पकड़ कर चल रहे हैं
वो भी धीरे धीरे कमज़ोर हो रहे हैं
लेकिन अब हम भी
उन हाथों को कस्स कर पकड़ के
उनका कंधा बन्ने की
कोशिश कर रहे है।
बेहतरीन ख़्वाब बनाते बनाते
ये एहसास हो गया
की जो हाथ
हम कस कर पकड़ कर चल रहे हैं
वो भी धीरे धीरे कमज़ोर हो रहे हैं
लेकिन अब हम भी
उन हाथों को कस्स कर पकड़ के
उनका कंधा बन्ने की
कोशिश कर रहे है।