ए.पी.जे अब्दुल कलाम
ए.पी.जे अब्दुल कलाम
तमिल नाडु के रामेश्वरम का था वो पावन स्थान
जहाँ जन्में थे हमारे महानतम ए.पी.जे अब्दुल कलाम
वालिद जैनुलअबदीन और आशियांमा था वालिदेन का नाम
3 भाइयों और 1 बहन में सबसे छोटे थे अब्दुल कलाम
कलाम के करीबियों में थे बहनोई जलालुद्दीन
और जिनसे मुतासिर हुए थे वो थे भाई संसुद्दीन
वालिद करते थे गुज़ारा रामेश्वरम से चला कर कश्ती
और भाई के साथ बेचकर अख़बार कलाम चलाते गृहस्थी
याद रखते हैं हम न्यूटन के सारे नियम
या आइनस्टाइन का रेलेटिविटी वाला सूत्र बहुमूल्य
कलाम ने लहराया जग में भारत का परचम
अंतरिक्ष विग्यान में कर योगदान अभूतपूर्व
परिंदों की उड़ान को देखकर बचपन में
ए.पी.जे अब्दुल कलाम सोचते थे बचपन में
एक दिन में भी भरँगा उँची उड़ान
और बुलुंद हौसलों से छू लूँगा आसमान
ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने मिलकर विक्रम साराभाई के साथ
दिए भारत को रॉकेट्स और मिज़ाइल्स के सौगात
एस.यल.वी और मिज़ाइल्स से भारत ने बढ़ाई ताक़त अपनी
'रोहिणी', 'त्रिशूल','आकाश', 'पृथ्वी' औरआख़िरकार सफल हुई 'अग्नि'
सारे विश्व में कर दिया भारत का नाम रौशन
कलाम को मिला पद्मा भूषण और फिर पद्मा विभूषण
कलाम थे सादा जीवन उच्च विचार की जीती-जागती मिसाल
हम सब को याद है उनका मासूम सा चेहरा और स्टाइलिश बाल
वो कलाम नही थे वो 'कलम' थे जिन्होने लिखी
भारत की चमकीली किस्मत विजय गाथा से भरी
1997 में भारत रत्ना से हुए सम्मानित
2002 में भारत के राष्ट्रपति हुए निर्वाचित
कलाम करते थे बच्चों से प्यार बहुत
रहेंगे वो सारे भारत वासियों के प्रेरणा स्रोत
थे कलाम महान इंसान और रहेंगे सदा प्रेरणादायक
हैं वो परम पुत्र भारत के और हमारे महानायक!
