Ajay Mishra
Romance
मुझे छोड़ने की
वजह तो बता देते
मुझसे नाराज थे
या मुझ जैसे हज़ार थे।
नज़र
दूरियाँ
यकीन
मोहब्बतें
रिश्ता
हम बाते चांद, सितारे, किताबों की करते है हमारे इश्क़ में आवारापन नहीं तहजीब है हम बाते चांद, सितारे, किताबों की करते है हमारे इश्क़ में आवारापन नहीं तहजीब ह...
जहाँ से भी तू पुकारेगा मैं दौड़ी चली आऊँगी जहाँ से भी तू पुकारेगा मैं दौड़ी चली आऊँगी
आज एक शख्स पुराना याद आया जो बीत चुका वो जमाना याद आया। आज एक शख्स पुराना याद आया जो बीत चुका वो जमाना याद आया।
मतलबी लोग ही दिखते है यहाँ दुनिया में, दुनियादारी ज़रा हमको भी सिखाते जाते। मतलबी लोग ही दिखते है यहाँ दुनिया में, दुनियादारी ज़रा हमको भी सिखाते जाते।
दिल से पूछो या धड़कन से पूछो तेरी यादें कितना हमें सताती रही दिल से पूछो या धड़कन से पूछो तेरी यादें कितना हमें सताती रही
कुछ तो है तुम्हारे मेरे दरमियान तभी तो मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं। कुछ तो है तुम्हारे मेरे दरमियान तभी तो मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं।
हौसला तूफान को भी झेलने का रखा है सुदर्शन, क्या हुआ गर हाथ में हैं कागजों की कश्तियां हौसला तूफान को भी झेलने का रखा है सुदर्शन, क्या हुआ गर हाथ में हैं कागजों की...
मगर जब तुम साथ होते हो तो तुम संग बिताया हर एक पल मेरी यादों में कैद हो जाता है. मगर जब तुम साथ होते हो तो तुम संग बिताया हर एक पल मेरी यादों में कैद हो जाता...
ढूंढे तुम्हारा आज जिसे वो मलंग बनना है ! हाँ मुझे, तुम्हारा मुक़म्मल इश्क़.... ढूंढे तुम्हारा आज जिसे वो मलंग बनना है ! हाँ मुझे, तुम्हारा मुक़म्मल इश्क़.....
पेड़ों के पीछे दिखी तेरी सूरत, लगा जैसे चल के कयामत ही आयी, पेड़ों के पीछे दिखी तेरी सूरत, लगा जैसे चल के कयामत ही आयी,
यारों से हमें एक-एक नाम इनाम मिला उसे कलम और मुझे कहा आप अदीब है यारों से हमें एक-एक नाम इनाम मिला उसे कलम और मुझे कहा आप अदीब है
मूक नयनों के उन इशारो से 'सोनी' उसको तो, मधु -मिलन के पल में प्यार का इजहार हुआ II मूक नयनों के उन इशारो से 'सोनी' उसको तो, मधु -मिलन के पल में प्यार का इजहार ...
कई अरसों बाद पता चला हम उनके काबिल न थे, उनके वो पोशीदा इरादे मुनासिब न थे,. . कई अरसों बाद पता चला हम उनके काबिल न थे, उनके वो पोशीदा इरादे मुनासिब न थे,. ...
रहे अपनी ही अकड़ में वो अपने नखरों पर उनको भी गुरूर बहुत था, रहे अपनी ही अकड़ में वो अपने नखरों पर उनको भी गुरूर बहुत था,
अपने ख़्वाबों में सजाने की खूबसूरत सफ़र पर हमसफ़र संग बसाने की ! अपने ख़्वाबों में सजाने की खूबसूरत सफ़र पर हमसफ़र संग बसाने की !
पास आए तो बोसा दूं उसे, हुस्न उसका जैसे कुरान है। पास आए तो बोसा दूं उसे, हुस्न उसका जैसे कुरान है।
तेरा छुप जाना फिर पीछे से बांहों में जकड़ लेना तेरा छुप जाना फिर पीछे से बांहों में जकड़ लेना
इधर सोचूं और वो जान ले एक खबरी हो मन की तरह। इधर सोचूं और वो जान ले एक खबरी हो मन की तरह।
पता नहीं अब वो कहाँ खो गयी कुछ यूँ बदल गयी, के जैसे दिन में रात हो गयी पता नहीं अब वो कहाँ खो गयी कुछ यूँ बदल गयी, के जैसे दिन में रात हो गयी
कभी दरवाजे की दरारों को चीर कर मुझे तक आने का भरसक प्रयास करती रहती हैं कभी दरवाजे की दरारों को चीर कर मुझे तक आने का भरसक प्रयास करती रहती ह...